तेरी गलियों का हूँ आशिक़ तू एक नगीना है भजन लिरिक्स
तेरी गलियों का हूँ आशिक़, तू एक नगीना है। तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है, तेरी नज़रो से...
Read moreतेरी गलियों का हूँ आशिक़, तू एक नगीना है। तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है, तेरी नज़रो से...
Read moreश्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा। श्लोक - सच्चिदानंद रूपाय, विश्वोत्पत्यादिहेतवे, तापत्रय विनाशाय, श्री कृष्णाय वयं नम:।...
Read moreकोई बंशी वाला आया, आज मेरे गाँव में, मटकी फोड़े माखन खाए, वो गोकुल गाँव में, कोईं बंशी वाला आया,...
Read moreरंगी गुब्बारो से मंडप सजाया है, मिशरी मावे का एक केक मंगाया है, इसको चखेगा श्याम तू तू तू तू,...
Read moreसुन री यशोदा मैया, तेरे नंदलाल रे, कंकरिया से मटकी फोड़ी, कंकरिया से मटकी फोड़ी, मदन गोपाल रे, कंकरिया से...
Read moreम्हारो नटवर नन्द किशोर, चले पईया पईया, घुंगरू को बाज्यो शोर, बजे पग पैंजनिया, चलता धम धम, गिरता उठकर, फिर...
Read moreआओ आओ सावरिया बेगा आओ, जीमो जी भोग लगाओ, है छप्पन भोग तैयार जी, थारा टाबरिया करे मनुहार जी।। तर्ज...
Read moreश्याम सुन्दर सदा, हमको प्यारे रहे, हम उन्ही के रहे, वो हमारे रहे।। तेज नदिया की धारा, चली जा रही,...
Read moreश्याम देखि जो सूरत तेरी, हमारे घर चाँद निकला।। तर्ज - गली में आज चाँद निकला। श्लोक - ऐ फलक...
Read moreतेरी मस्ती में नच के, मलंग हो गया, चांदी चांदी करा दे, हाथ तंग हो गया। लगे सोणा की तू...
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