मेनू खाटू वाला जचदा ऐ घोड़े लीले पे
द्वापर में कृष्ण कन्हैया ने, क्या अदभुत खेल रचाया था, ले बर्बरीक से शीष दान, कलयुग का देव बनाया था,...
Read moreDetailsद्वापर में कृष्ण कन्हैया ने, क्या अदभुत खेल रचाया था, ले बर्बरीक से शीष दान, कलयुग का देव बनाया था,...
Read moreDetailsआयो फागण रंग रंगीलो, ले हाथा में निशान चलो, म्हारे सांवरिया के धाम चलो।bd। तर्ज - काला काला कहे गुजरी।...
Read moreDetailsबैगा चलो रे, बाबा को बुलाओ, खाटू से आयो रे, बेगा चालो रे।। फागुन के मेला के माही, श्याम धणी...
Read moreDetailsसुनो ओ भगतो, वेगा हालो, चालो खाटू धाम, फागणियो आयो है, होली खेलेगो श्याम, फागणियो आयो है, होली खेलेगों श्याम।।...
Read moreDetailsजोगन आज तिहारी, घनश्याम हो गई। दोहा - जोगनियां का भेष बनाके, तुम्हे पुकारूं मोहन, रखलो लाज मेरी कान्हा, बन...
Read moreDetailsतुझसे ना कुछ छिपा है, तुझको तो सब पता है, तुझको तो सब पता है।। तर्ज - हमको तो आसरा...
Read moreDetailsभक्तो चालो रे, म्हारे श्याम धणी रो, मेलो आयो है, भगतों चालो रे, मेलो आयो मेलो आयो, मेलो आयो है,...
Read moreDetailsआया फागुन का त्यौहार, चलो जी खाटू के दरबार, चलो जी खाटू के दरबार, छाई कैसी अजब बहार, आया फागुण...
Read moreDetailsधरती सज गई सज गया अंबर, नशा अजब सा छा गया, लो मेला आ गया, लों मेला आ गया।bd। श्याम...
Read moreDetailsखाटू जाके श्याम धनी को, दिल का हाल सुनाना है, हमें भी खाटू जाना है, हमे भी खाटू जाना है।bd।...
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