मेरे शीश के दानी का सारे जग में डंका बाजे भजन लिरिक्स
मेरे शीश के दानी का, सारे जग में डंका बाजे। दोहा - दान देते नहीं आप अपना सर, द्वार खाटू...
Read moreमेरे शीश के दानी का, सारे जग में डंका बाजे। दोहा - दान देते नहीं आप अपना सर, द्वार खाटू...
Read moreमर कर भी है अमर, जो दीवाने है श्याम के। तर्ज - उनसे मिली नज़र। दोहा - यहाँ जो हर...
Read moreजरा सर को झुकाओ वासुदेव जी, तेरी टोकरी में त्रिलौकी नाथ है, चूमने दो चरण मुझे प्रेम से, आज यमुना...
Read moreश्याम के चरणों में हरदम, लगी मेरी हाजरी रहती, मेरी आशा उम्मीदों की सदा, बगीया हरी रहती, श्याम कें चरणो...
Read moreजब चिंता कोई सताए, तो भजन करो, जब व्याकुल मन घबराए, तो भजन करो, जब चिंता कोईं सताए, तो भजन...
Read moreगरजे रण में पवन कुमार, सम्भल ऐ लंका के सरदार।। बोले बजरंगबली होश में आ लंकेश्वर, काल मंडरा रहा है...
Read moreये डमरू वाले भोले का दरबार है, लो मांग जिसको जो दरकार है, ये डमरू वालें भोले का दरबार है,...
Read moreझुले राधा नन्द किशोर, तर्ज - सावन का महीना। सावन का महीना घटायें घनघोर, आज कदम्ब की डाली, झुले राधा...
Read moreश्याम श्री श्याम, श्रीं श्याम जय जय श्याम।। तर्ज - मंगल भवन अमंगलहारी। नंद के नंदन गोवर्धन धारी, करहू कृपा...
Read moreमैं तो ओढ़ ओढ़नी, श्याम नाम की। दोहा - ज्यूँ ज्यूँ फागण नीडे आवे, मन म्हारो हर्षावे, दर्शन करस्या श्याम...
Read more© 2024 Bhajan Diary