मैं धनुष बाण श्री राम से लेकर चक्र कन्हैया से लूंगा लिरिक्स
मैं धनुष बाण श्री राम से लेकर, चक्र कन्हैया से लूंगा, अब सीमा पर जाकर मैं भी, दुश्मन से टक्कर...
Read moreमैं धनुष बाण श्री राम से लेकर, चक्र कन्हैया से लूंगा, अब सीमा पर जाकर मैं भी, दुश्मन से टक्कर...
Read moreहम होंगे कामयाब, हम होंगें कामयाब, हम होंगें कामयाब एक दिन, मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास, हम होंगें...
Read moreतू ही मेरी इबादत है, है तू ही मेरा धरम, ऐ वतन मेरे हमदम मेरे, तू ही मेरा करम, तू...
Read moreमेरे प्यारे वतन, खाते है कसम, तेरे कदमो में जां तक, लुटा जाएंगे, मेरे प्यारें वतन, खाते है कसम, तेरे...
Read moreसलाम उन शहीदों को जो खो गए, वतन को जगाकर जो खुद सो गए।। वो थे लाड़ले अपनी माँओं के...
Read moreहो जाओ तैयार साथियों, हो जाओ तैयार, अर्पित कर दो तन मन धन, मांग रहा बलिदान वतन, अगर देश के...
Read moreहे माँ जननी जन्मभूमि तू मेरी, तेरे आंचल में है ममता कितनी भरी।। हे माँ जननी हे माँ जननी, कितने...
Read moreहोठों पे सच्चाई रहती है, जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है, हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश...
Read moreचंदन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है, हर बाला देवी की प्रतिमा, बच्चा बच्चा राम है।। हर...
Read moreजिनके ओजस्वी वचनों से, गूंज उठा था विश्व गगन, वही प्रेरणा पूञ्ज हमारे, स्वामी पूज्य विवेकानंद।। जिनके माथे गुरुकृपा थी,...
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