कोई डावा हाथ में भालो पीर रे जीमने में लीले री लगाम
कोई डावा हाथ में, भालो पीर रे, जीमने में लीले री लगाम, रुनझुन करता पीर पधारिया, परा जगाया सुता भाग।।...
Read moreकोई डावा हाथ में, भालो पीर रे, जीमने में लीले री लगाम, रुनझुन करता पीर पधारिया, परा जगाया सुता भाग।।...
Read moreसूती होती सत सेज में म्हारी हैली, दोहा - कबीर सपने रेन के, भयो कलेजे छेद, जड़ सोवु जड़ दोय...
Read moreनगर में जोगी आया, श्लोक - ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे भोलेनाथ, ऊँचा है तेरा धाम, ओ कैलाश वाले, ओ परशुराम...
Read moreहेली म्हारी निर्भय रहीजे रे, दुनियादारी औगणकारी जाने, भेद मत दईजे रे, हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।। इण काया में...
Read moreहरे घास री रोटी ही, जद बन बिलावड़ो ले भाग्यो, नन्हो सो अमर्यो चीख पड्यो, राणा रो सोयो दुख जाग्यो।।...
Read moreगुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो, जैसे मंदिर दीपक बिना सूना, नही वस्तु का बेरा, गुरु बिना घोर अँधेरा रे...
Read moreओ बेटा शरवण पाणीड़ो पिलाय, वन में बेटा प्यास लगी। दोहा - बेटा तो आगे भया, कलयुग बीच अनेक, श्रवण...
Read moreपहला थारी ममता ने मारो, पछे मोयला ने मारो कुँआ पर, आसन जोगी वालो।। पानी किस विध जऊ रे मै...
Read moreरावणा के देश गयो, सिया को संदेशो लायो, कबहुँ ना किन्ही योद्धा, बात अभिमान की, रावणा के देश गयों, सिया...
Read moreथाने अजब बनायो भगवान, खिलौना माटी का, माटी का माटी का, माटी का बीरा माटी का, थाने अजब बणायो भगवान,...
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