गुरु मिलिया आत्म राम प्रकाश माली भजन लिरिक्स
गुरु मिलिया आत्म राम, श्लोक - सतगुरु ऐसा कीजिए, दुखे दुखावे नाही, अरे पान फूल तोड़े नाही, वे रेवे बगीचा...
Read moreगुरु मिलिया आत्म राम, श्लोक - सतगुरु ऐसा कीजिए, दुखे दुखावे नाही, अरे पान फूल तोड़े नाही, वे रेवे बगीचा...
Read moreधीन माता धीन धरती, थने कदे ना देकी फिरती हो, धिन माता धीन धरती।। धरती रो धणी आप करन्ता, कई...
Read moreप्रीत गुरारी भली रे, रावलिया जोगी प्रीत गुरारी भली, रावलिया जोगी अलबेला जोगी, मस्ताना जोगी प्रीत गुरारी भली।। लवना रे...
Read moreमैं तो अमर चुनड़ी ओढू, श्लोक - मीरा जनमी मेड़ते वा परणाई चित्तोड़, राम भजन प्रताप सु, वा शक्ल सृष्टि...
Read moreखेतेश्वर को जपले प्राणी, मैं समझावु घडी घडी।। श्लोक - खेतेश्वर थाने विनती, दिन में सौ-सौ बार, बालक जान दया...
Read moreमैं थाने सिवरू गजानन देवा, वचनों रा पालनहारा जी ओ।। श्लोक - सुंडाला दुःख भंजना, सदा जो वालक वेश, सारों...
Read moreकौन है वो कौन है वो, कहाँ से वो आया, चारों दिशाओ में तेज़ सा वो छाया, उसकी भुजाएं बदले...
Read moreरामा राज कुंवर, हो गई थारी मैहर, जदसू किरपा हुई है, मजा आ गया।। तर्ज - मेरे रश्के क़मर। रामा...
Read moreगाज्यो गाज्यो जेठ आषाढ़, कंवर तेजा रे, लगतोड़ा लाग्या रे, सावण भादवा, लगतोड़ा लाग्या रे, सावण भादवा।। अतरो काईं सुतो...
Read moreदिवाना तेरा आया, बाबा तेरी नगरी में, नजराना दिल का लाया रे बाबा, नजराना दिल का लाया, बाबा तेरी नगरी...
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