काया नगर रे ओले डोले ज्ञान पपैया बोले भजन लिरिक्स
काया नगर रे ओले डोले, ज्ञान पपैया बोले, अरे काया नगर रे ओलें डोले, ज्ञान पपैया बोले, अरे प्रेम पपैया...
Read moreकाया नगर रे ओले डोले, ज्ञान पपैया बोले, अरे काया नगर रे ओलें डोले, ज्ञान पपैया बोले, अरे प्रेम पपैया...
Read moreजसोलगढ़ में धाम आपरो, जसोल गढ मे धाम थारो, थारी जय हो भटीयाणी माँ, मै वारी जाऊ माजीसा, थारी जय...
Read moreचालो म्हारी रेल भवानी ओ, संतो रे हालो देश। दोहा - संत मिल्या इतना टले, काल जाल जमजोट, शिश निवाया...
Read moreभेरू भदेश्वर काला गोरा, करे सकल सिद्ध काज, आसरो थारो है भेरू नखरालो है, आसरो थारो है भेरू नखरालो है।।...
Read moreजय जय जालन्धर नाथ आपने, बार बार बलिहारी, महिमा है जग में भारी, महिमा है जग में भारी।। कनकाचल पर्वत...
Read moreढोला रा बाजे ढमकार, सिरे मिन्दर चालो रे, लागो गुरू रो दरबार, सिरे मिन्दर चालो रे।। भंवर गुफा री महिमा...
Read moreथे मोटा दातार रामदेव, सारो जग बिख्यारी हैं, हाथ जोडकर धणीया थाने, चरना अरज ऊजारी है, जय हो बाबा जय...
Read moreपेड़ पकडने चढ म्हारा बीरा ओ, पेड पकडने चढ म्हारा बीरा ओ, जमको ने तू मती झेले ए, सत्य वचन...
Read moreआन बान मर्यादा राखन, जीवन बनगो जंग रे, आन बान मर्यादा राखन, जीवन बनगो जंग रे, सांगा के सौ घाव...
Read moreए आयी तपते मझ दोपार, पन्ना की माता पन्ना की माता, करे गुजरी गढ के द्वार, अरज अन्नदाता, ए राणा...
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