घड़ी रे पलक नहीं आवडे तुम दर्शन बिन मोय भजन लिरिक्स
घड़ी रे पलक नहीं आवडे, तुम दर्शन बिन मोय। दोहा - कान्हा थे भले आवजो, शरद पुनम री रेण, बिन...
Read moreघड़ी रे पलक नहीं आवडे, तुम दर्शन बिन मोय। दोहा - कान्हा थे भले आवजो, शरद पुनम री रेण, बिन...
Read moreआराम के क्या क्या साथी है, आराम के क्या क्या साथीं हैं, जब वक्त पड़ा तब कोई नहीं, जब वक्त...
Read moreवारी वारी मारा पुरब धणी, थाने मनावन आया रे, वारी वारी मारा पुरब धणी, थाने मनावन आया रे, अरे आज...
Read moreथाने बार बार नहीं मिलसी रे, मिनक जन्म रो चोकडीयो, तने बार बार नही मिलसी रे, मिनक जन्म रो चोकडीयो।।...
Read moreजागो भाया नींद सु हो राज, एडो वारो आवेला। दोहा - साखी है गौ मात री, सब जन धरीजो ध्यान,...
Read moreमीरा सांवरिया ने अपनाय लियो, दोहा - मीरा केनो मानले, तो छोड दे अभिमान, तू बेटी राठौड़ की, थाने राज...
Read moreभोला नाथ ने मनावा ने आया, बाबा राखो छतर वाली छाया रे, भोंलानाथ नें मनावा ने आया, बाबा राखो छतर...
Read moreयाद घणी आवे माता, ओलू घणी आवे, टाबरीया बुलावे रमता आवो, जगदम्बा माता याद घणी आवे, टाबरीया बुलावे वेगा आवो,...
Read moreहाथ में सोना रो चुटीयो, पुरबजी रमता आवे रे, बिठुडा रा गाँव माय, घूगरीया घमकावे रे, अरे भायल परिवार थाने...
Read moreम्हारा सतगुरु जाम्भाजी, म्हारा धिन गुरु जाम्भाजी।। ए रूप कोई राम को धार्यो जी, ए रावण ने मारीयो जी, ए...
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