धीरज क्यों नी धरे रे मनवा शुभ अशुभ तो कर्म पूरबला
धीरज क्यों नी धरे रे मनवा, शुभ अशुभ तो कर्म पूरबला, रती नही घटे बढे रे।। गर्भवास मे रक्षा की...
Read moreधीरज क्यों नी धरे रे मनवा, शुभ अशुभ तो कर्म पूरबला, रती नही घटे बढे रे।। गर्भवास मे रक्षा की...
Read moreसंत भला ही आया जगत में, संत भला ही आया, राम नाम गुरु ज्ञान प्रकाश्या, भरम अज्ञान मिटाया जग में,...
Read moreम्हारा सतगुरु कही म्हाने बातड़िया, म्हारा ज्ञानगुरु कही म्हाने बातड़िया, बातड़िया जी बातड़िया।। मिनखा जनम पदार्थ पायो, सोय न सारी...
Read moreगुण रे गोविन्द रा गाय, उमरिया जावे छै जी जावे।। गर्भवास में कोल किया था, बाहिर आय हरि नाम ना...
Read moreसातों बहना जन्म लियो राजा के, दोहा - इंदरगढ़ बिजासना, थारो जग में चाले नाम, लाखो जातरी आवे रे मैया,...
Read moreम्हारा भजना में रंग बरसाजे, हो रे नंद लाल, हा रे नंद लाल, म्हारा गाया रा गोपाल, महारा भजना म...
Read moreगजानंद बाबा बुला रया छ, घर का तन सारा रे, आजा बैठ उन्दरा माल, घरा महारा रे, आजा बैठ उन्दरा...
Read moreम्हारा मन में लगनिया लगी ओ, अमें भेरूजी के जावाण री, अमें भेरूजी के जावन की, खजुरिया में दर्शन पावन...
Read moreभादवा में मेलो भाया, जोर को लागे, तेजाजी री ज्योता, खरनाल में जागे, ज्योता जागे तेजाजी दर्शन देवे, तेजा जी...
Read moreगाँव बिलाड़ा मायने, म्हारी आई माताजी रो धाम, माताजी ने, जगदम्बा ने, कुलदेवी ने मै तो ध्यावु रे, लेवु मैया...
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