बेगा आवो जी गजानंद रमता आवो जी भजन लिरिक्स
बेगा आवो जी गजानंद, रमता आवो जी, देवा जागण भारी जगावाजी, थे बेगा आवोजी।। रणत भँवर सु आवो, संग रिधिया...
Read moreबेगा आवो जी गजानंद, रमता आवो जी, देवा जागण भारी जगावाजी, थे बेगा आवोजी।। रणत भँवर सु आवो, संग रिधिया...
Read moreसिमरु प्रथम नित तुमको गणेशा, सिमरु प्रथम नित तुमको गुणेशा, दुर करो मम सकल कलेशा, सिमरु प्रथम नित तुमको गुणेशा।।...
Read moreमाताजी ने ध्यावना, मैया रा गुण गावणा, कंकु रा तिलक लगावणा जी, अन धन रा भंडार भरेला, भैरूजी ने साथ...
Read moreदेखी जो सुरत आपकी, मोने दुजो नी आवे दाय रे, देखी जो सूरत आपकी, माने दुजो नी आयो दाय रे।।...
Read moreगुरुजी माने अमर वणाया रे, सुता था भर निंद में, गुरु आप जगाया रे, आप जगाया रे गुरुजी, माने शब्द...
Read moreजब जब भीड़ पड़े भक्तो पर, आप लेवे अवतार, साँवरिया री महिमा, ऐसी अगम अपार।। जिस मालिक ने सृष्टि रचाई,...
Read moreॐ गोऊ मंगलम् गऊ मात मंगलम्, सुर मुनि ऋषि जपे जाप मंगलम्, पावन जाप मंगलम्।। कोटी कोटि देव गऊ अंग...
Read moreमारग में रामदेव मिल गया, दोहा - रामा श्यामा आवजो, कलजुग भयो करूर, मैं अरज करूँ अजमाल रा, हे म्हारो...
Read moreकेड़ा है नुगरो रा रे सेलान, दोहा - नुगरा नर तो माति मिलो, और पापी मिलो हजार, संत मिला के...
Read moreजावा दो सहेलियां म्हाने, शिवजी लडेला ये। श्लोक - लाल नैत्र गोरे बदन, और भस्मी लगावे अंग, शिवजी तेरी जटा...
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