गुरूजी बंद पड़ी दिवला वाली रे ज्योत भजन लिरिक्स
गुरूजी बंद पड़ी, दिवला वाली रे ज्योत, दोहा - संत बुलाया आंगने, और गुरु उगमजी महाराज, बाई रूपादे वायक भेजिया,...
Read moreगुरूजी बंद पड़ी, दिवला वाली रे ज्योत, दोहा - संत बुलाया आंगने, और गुरु उगमजी महाराज, बाई रूपादे वायक भेजिया,...
Read moreआ गयो आ गयो सावन महिनों, आ गयो भोलेनाथ रे, लहरा लेवें रे भोलानाथ जी, लहरा लेवें रे भोलानाथ जी,...
Read moreमनवा राम सुमर मेरे भाई रे, सुमरिया बिना मुक्ति नहीं होवे, भवजल गोता खाई रे, मनवा राम सुमर मेरे भाई।।...
Read moreगजरों लायो जी सांवरिया, गजरों करो म्हारो स्वीकार, गजरो ल्यायो जी, ऐसो गजरो कदे कदे बने, या में रंग हज़ार,...
Read moreलीला घोड़े वाला ओ, दोहा - रामा शामा आवजो, और कलयुग वे गरूर, अर्ज करू अजमाल रा पीरा, ओ हैला...
Read moreरूणिचा में अवतार जागिया, देवतों ने दीना लखपरिया, वारे चढे ने दोनव मारियो, अरे वासे लियो थोरा वेध पुराण, आप...
Read moreथाने रामदेव परणावे परनिजो भाटी हरजी, इन रे जुगड़ा में शगाई मत करो बावजी, बाबा रामदेव परणावे पर्णीजो भाटी हरजी।।...
Read moreद्वारका पूरी सु बाबो आया तो खरी, श्लोक - हालो हरजी देवरे, मिलसी रामा पीर, दुखिया ने सुखिया करो, बाबो...
Read moreझालर शंख नगाड़ा बाजे ओ, सालासर रे मंदिर में, हनुमान बिराजे रे, हनुमान बिराजे ओ, सदा बजरंग बिराजे ओ।। भारत...
Read moreसतगुरू आया पावणा, परमेश्वर आया पावणा, आज तो आनंद भयो रे, मारा सत गुरू आया पावणा।। हिंगल पाया को ढोलीयो,...
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