मात पिता से दगो जो करेगो चार जनम पछतावेगो भजन
मात पिता से दगो जो करेगो, चार जनम पछतावेगो, पछतावेगो दुःख पावैगो, पछतावेगो दुःख पावैगो, बीरा म्हारा यो अवसर नहीं...
Read moreमात पिता से दगो जो करेगो, चार जनम पछतावेगो, पछतावेगो दुःख पावैगो, पछतावेगो दुःख पावैगो, बीरा म्हारा यो अवसर नहीं...
Read moreम्हाने हिचकी आवे, छाजे पर बोले कालो कागलो, म्हाने श्याम बुलावे, याद करे है म्हारो सांवरो।। सोऊ तो सुपने दिखे...
Read moreबाजरे की रोटी खाले श्याम, चुरमा ने भूल जावेलो।। जाटणी के हाथ की, बणी रे कमाल की, सागे लाई हाँडी...
Read moreअरे राम राम रे भाया राम राम रे, श्लोक - राम बुलावा भेजिया, दिया कबीरा रोय, जो सुख साधु संग...
Read moreकुण तो सुणेला कुणने सुनाऊं, म्हारे मन की बात, थां बिन दुखड़ा कोण हरे, खाटू वाला श्याम, श्याम थारा दास...
Read moreदरजी सिम दे निसान, मन्ने खाटू जानो से, खाटू वाला श्याम धणी से, हेत पुराणों से, दरजी सिम दे निसान,...
Read moreम्हाने पिहरियो सो लागे खाटू धाम, रेहवा द्यो म्हाने पिहरिये। बाबुल बुलावे म्हाने गाँव रे, सखी बाबुल बुलावे म्हाने गाँव।...
Read moreहोली खेले बाबा श्याम, आपा चाला खाटू धाम, होली खेले रे।। लाल अभीर गुलाल उड़त है, केशर ओर किस्तुरी रे,...
Read moreजियो रे डोकरा निर्वाणी रे बाबा निर्वाणी रे, श्लोक - भस्मी रमावत अंग शिवजी, थारी जटा में बह रही छे...
Read moreभोले बाबा का रूप निराला, श्लोक - शिव समान दाता नहीं, और विपत विदारण हार, लज्जा सबकी राखियो, शिव नंदी...
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