कईया भुली बेमाता म्हारी लिखणा ये भजन लिरिक्स
कईया भुली बेमाता म्हारी लिखणा ये, दोहा - समय बड़ा बलवान है, नही पुरूष बलवान, भीलन लुटी गोपिका, वही अर्जुन...
Read moreDetailsकईया भुली बेमाता म्हारी लिखणा ये, दोहा - समय बड़ा बलवान है, नही पुरूष बलवान, भीलन लुटी गोपिका, वही अर्जुन...
Read moreDetailsसबसे पहले थने मनावा, भगतो के रखवाले, आज सभा में लाज बचा ले, मोहन मुरली वाले।। नामा सुदामा सेन भगत...
Read moreDetailsम्हारो खर्चा मालिक पूरे, मैं वाका नाम पर रेता, बाबूजी मेरा टिकिट क्यो लेता, मेरा टिकिट क्यो लेता।। तीन गुणा...
Read moreDetailsराम थारी नगरी में काई घाटो, कर्म अनुसार मिले है बाँटो, भगवान थारी नगरी में काई घाटो, कर्म अनुसार मिले...
Read moreDetailsभजन बिना कोई नहीं जागे रे, थारा जनम जनम का पाप करेड़ा, किण विध भागे रे, भजन बिना कोई नहीं...
Read moreDetailsदोहा - मुरली वाले मोहना, तेरी मुरली रेण बजाय, इन मुरली में मारो मन बश्यो, काना एक बारी और बजाय,...
Read moreDetailsहरे घास री रोटी ही, जद बन बिलावड़ो ले भाग्यो, नन्हो सो अमर्यो चीख पड्यो, राणा रो सोयो दुख जाग्यो।।...
Read moreDetailsगुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो, जैसे मंदिर दीपक बिना सूना, नही वस्तु का बेरा, गुरु बिना घोर अँधेरा रे...
Read moreDetailsओ बेटा शरवण पाणीड़ो पिलाय, वन में बेटा प्यास लगी। दोहा - बेटा तो आगे भया, कलयुग बीच अनेक, श्रवण...
Read moreDetailsपहला थारी ममता ने मारो, पछे मोयला ने मारो कुँआ पर, आसन जोगी वालो।। पानी किस विध जऊ रे मै...
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