मेंहदी रची थारे हाथा मे प्रकाश माली भजन लिरिक्स
मेंहदी रची थारे हाथा मे, उड रहयो काजल आंख्या मे, चुनडी रो रंग सुरंग म्हारी आमज माँ।। अरे चांद उग्यो...
Read moreमेंहदी रची थारे हाथा मे, उड रहयो काजल आंख्या मे, चुनडी रो रंग सुरंग म्हारी आमज माँ।। अरे चांद उग्यो...
Read moreहल्दी घाटी में समर लड़यो, वो चेतक रो असवार कठे? मायड़ थारो वो पुत कठे? वो एकलिंग दीवान कठे? वो मेवाड़ी सिरमौर...
Read moreउड़ जा काला कागला सांवरियो आवे रे, श्लोक जो मै ऐसा जानती, प्रीत करे दुख होय, नगर ढिंढोरा पीटती, प्रीत...
Read moreतू तो सब जाने रे, तेरे से क्या छानी रे, शरण पड्यो हूँ बाबा, देख मेरे कानी रे।। वांड के...
Read moreम्हारो श्याम बसे खाटू माहि, सालासर में बजरंगी। ↞↞↠↞↠ दोहा ↞↠↞↠↠ रंग रंगीले राजस्थान में, देखे अजब नज़ारे, कण कण...
Read moreअमलीड़ो अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो बाबो अम्लिडो बाबो अमलीड़ो, भक्ता ने लागे बालो, भक्ता ने लागे प्यारो, म्हारो राम रुणिचे वालो,...
Read moreश्री बालाजी महाराज महाराज, तेरे माथे मुकुट बिराज रहो ।। श्लोक लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लँगूर। बज्र देह...
Read moreवन में चले रघुराई, संग उनके सीता माई, राजा जनक की जाई, राजा जनक की जाई।। तर्ज - दिल में...
Read moreपर घर प्रीत मत कीजे, छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा, पर घर प्रीत मत कीजे, पर घर प्रीत मत...
Read moreमै क्या जानू राम तेरा गोरखधंधा, दोहा - चलती चक्की को देखकर, दिया कबीरा रोय, दो पाटन के बिच में,...
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