श्री बालाजी महाराज तेरे माथे मुकुट भजन लिरिक्स
श्री बालाजी महाराज महाराज, तेरे माथे मुकुट बिराज रहो ।। श्लोक लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लँगूर। बज्र देह...
Read moreश्री बालाजी महाराज महाराज, तेरे माथे मुकुट बिराज रहो ।। श्लोक लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लँगूर। बज्र देह...
Read moreवन में चले रघुराई, संग उनके सीता माई, राजा जनक की जाई, राजा जनक की जाई।। तर्ज - दिल में...
Read moreपर घर प्रीत मत कीजे, छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा, पर घर प्रीत मत कीजे, पर घर प्रीत मत...
Read moreमै क्या जानू राम तेरा गोरखधंधा, दोहा - चलती चक्की को देखकर, दिया कबीरा रोय, दो पाटन के बिच में,...
Read moreचौसठ जोगणी रे भवानी, देवलिये रमजाय घूमर घालणि रे भवानी, देवलिये रमजाय।। श्लोक देवा में देवी बड़ी, और बड़ी जगदम्बे माय,...
Read moreगौरी के नंदा गजानन गौरी के नंदा, - श्लोक - गजानंद आनंद करो, दो सुख सम्पति में शीश, दुश्मन को...
Read moreथाली भरकर लायी रे खीचड़ो, उपर घी की बाटकी, जीमो म्हारा श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट की।। ये भी देखे...
Read moreश्याम बाबा को श्रृंगार मन भावे, खाटू वाले को दरबार मन भावे, दुनिया का नजारा के देखा के देखा, श्याम...
Read moreतर्ज - और इस दिल में क्या रखा है, मनड़ा रे जे तू बालाजी ने ध्याय सी, कष्ट तेरा सगळा...
Read moreआसरो बालाजी म्हने थारो, थे कष्ट निवारो, पधारो म्हारे आंगणिये पधारो, थारी मैं बुलावा जय जय कार।। सालासर में सज्यो...
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