नित नित अर्जी करूँ रे आपने मारा सांवरिया गिरधारी
नित नित अर्जी करूँ रे आपने, मारा सांवरिया गिरधारी वो। दोहा - अरज करु मैं आपने, मारी सुनजो साँवल सेठ,...
Read moreनित नित अर्जी करूँ रे आपने, मारा सांवरिया गिरधारी वो। दोहा - अरज करु मैं आपने, मारी सुनजो साँवल सेठ,...
Read moreसत्संग में काई का घाटा, ले लो वस्तु अपार।। सतगुरु आया भेद विचारी, वांसे लेलो ओसत भारी, औसत लेके करो...
Read moreमारी बाणी मारा सतगुरु जाणी, गोरख जी आया जिण दिन, पवना पाणी ओ जी।। अंड नहीं होता दाता पंड नहीं...
Read moreनाम ले रे नाम ले तू, नाम से तिरेलो, मिनख जमारो बन्दा, फेर न मिलेगो, नाम ले रे नाम ले,...
Read moreसुर बीना पुगे नाय, मारग थक जाता, सुन में पुगें साध, भाग्यफल पाता है वो जी।। कण्ठ कवल के माई,...
Read moreनयो नयो साल मनावा, रुणिचा नगरी में, रुणिचा नगरी में, बाबा की नगरी में।। रुणिचा में धाम बण्यो है, बाबो...
Read moreआजा मानव सत्संग में, दोहा - एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनियाध, तुलसी सत्संग साध की, कटे करोड़ अपराध।...
Read moreमैं तो रोज रोज थारा ही, गुण गाऊ खाटू वाले जी। दोहा - हारे के सहारे आप हो, मेरे खाटू...
Read moreमेरा सतगुरु हो दातार, काट दो फंदा, मुझको सुजे नाय, जन्म का अँधा।। मुल कमल के माय, गुणेशा बंदा, रिद्धि...
Read moreजीव थारे कोई काम नहीं आयो, भजन बिना रितो जनम गमायो।। भाई बंदु थारा कुटम कबिला, थने गणो हरसावे, मरती...
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