नाथ थारे काई को घाटो रे लिरिक्स
नाथ थारे काई को घाटो रे, सांवरिया काई को घाटो, दर्शन से मारा पाप कटे तो, थे क्यों नहीं काटो,...
Read moreनाथ थारे काई को घाटो रे, सांवरिया काई को घाटो, दर्शन से मारा पाप कटे तो, थे क्यों नहीं काटो,...
Read moreहे मंगल की मूल भवानी, शरणा तेरा है, शरणा तेरा है, शरणा तेरा है, आसरा तेरा है, माँ मंगल की...
Read moreउन घर जाजे बैरन नींद, दोहा - कहे संत सगराम, अब भजन किस विध होय, गले पड़ी जण सुरडया, म्हारे...
Read moreडाली बाई ऋषियों री लड़की, नूगरा नहीं पिछाणी रे, वा नूगरा रो मूडो कालो, नरका रा हितकारी रे।। भृगु रिसी...
Read moreसंत ने हंस गत एक है, करे निज मोतीयो रो आहार, अवल वचन री आखड़ी, ऐसा ऐसा है स्वभाव, एड़े...
Read moreभिलोणो भाव रो हो ओ, दोहा - राम झरोखे बैठ के, सब का मुजरा लेय, जैसी नर की चाकरी, वैसा...
Read moreसोहंग शिखर में जाय, मिले निज मेवा, जीवित मोक्ष मिल जाय, करम ने तजणा है ओ जी।। अके कवल के...
Read moreसुन सुन रे म्हारा प्यारा रे सांवरा, कद म्हारे आंगणिये पधारो ला, सुन सुन रे सुन सुन रे, सुन सुन...
Read moreमन तू मनख बन जा भाई, अरे आठों पहर भजन कर बंदे, छोड़ परी ठकराई, अरे मन तु मनख बन...
Read moreचड़जा नी मारा मोरलिया, तू देवलिया री पोल, थने कुणी आता वो, दिखे पांवणा।। वो चड़ जऊ ऐ मारी आद...
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