शक्ति व शिव जी है वो निराकारी लिरिक्स
शक्ति व शिव जी, है वो निराकारी। दोहा - शक्ति व शिवजी, है वो निराकार, आकार बणाई कुम्हार ने, किरपा...
Read moreशक्ति व शिव जी, है वो निराकारी। दोहा - शक्ति व शिवजी, है वो निराकार, आकार बणाई कुम्हार ने, किरपा...
Read moreश्रीयादे बोलो, दोहा - संकट हरणी मंगल करणी, है मां कृपा निधान, सन्ता में तुं भगतां में तुं, और भगवत...
Read moreघड़तारी अनमोलक हंस गमायो, दोहा - मनक जुण अनमोल है, नहीं आवेली फेर, लाभ उठाले जुण का, मती गमा तुं...
Read moreनाम ले लो नारायण को, दोहा - दुनिया माहीं आने की, तुने हरि से करी अरदास, बाहर आकर तोड़ दिया,...
Read moreमन मार सूरत घर लावो, दोहा - मैं जाणु हरि दूर बसे, हरि हिरदा रे माय, आड़ी टाटी कपट री,...
Read moreसांवरिया रे मंदिर में, बाजे ओ ढोल, भगत गणा ये नाचता, ठाकुर जी का मंदिर में, बाजे वो ढोल, भगत...
Read moreमन से हंस बने मत कागा, संगत छोड़ दे खोटा की, भवसागर से तिरणो वे तो, बाह पकड़ ले मोटा...
Read moreसतगुरु जी मैं, जाऊं चरणा बलिहारी, सायब म्हारा सतगुरु जी।। तर्ज - अम्लिड़ो। सतगुरु जी, अंधियारे दीवलो करावे, ये मन...
Read moreओ शिव भोले मेरे, मेरा मन डोले, जागो समाधी गोरा बोले।। बैठे ओ बाबा मेरे, अखियाँ मूंद के, कह कह...
Read moreझुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा, दोहा - गौसाई गिर ऊपरे, और सिंवरू मोटा श्याम, मंडी बिराजो देवरे बाबा, धर...
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