म्हारे घर को मालिक तू है कोई फिकर नहीं म्हाने भजन लिरिक्स
म्हारे घर को मालिक तू है, कोई फिकर नहीं म्हाने। दोहा - थारे हाथां सौंप दी, घर की चाबी श्याम,...
Read moreम्हारे घर को मालिक तू है, कोई फिकर नहीं म्हाने। दोहा - थारे हाथां सौंप दी, घर की चाबी श्याम,...
Read moreपाछा जाता सांवरा, म्हारो जी दुख पावे रे। दोहा - आंसुड़ा ढलके म्हारा, हिवड़ो भर भर आवे, छोड़ थाने जावा...
Read moreजब मन मेरा घबराए, कोई राह नज़र ना आये, ये हाथ पकड़ कर मेरा, मुझे मंज़िल तक ले जाये, ये...
Read moreसुनो श्याम प्यारे सुनो खाटू वाले, चरण चाकरी में मुझे तू लगा ले, मुझको अपना ले अपना ले अपना ले,...
Read moreअपने भक्तो के घर, तुम गए थे गिरधर। दोहा - प्रेम निभाया मीरा से और, विष का प्याला पी डाला,...
Read moreऐ श्याम कृपा बरसा दो, तेरे लायक मुझे बना दो, मेरा मन उपवन है सुना, प्रभु प्रेम के फूल खिला...
Read moreमुझे ये विश्वाश है कन्हैया, करम तुम्हारा जरूर होगा, तुम्हारी रहमत की रोशनी से, तुम्हारी रहमत की रोशनी से, अँधेरा...
Read moreतुमसे ही मिली खुशियां, तुमसे ज़िंदगानी है, जो कुछ भी मैं हूँ बाबा, तेरी मेहरबानी है, तुमसे ही मिली खुशियाँ,...
Read moreजो देखे भाव भक्तों के, प्रबल तो सांवरे रोये, प्रेम से हो गया कोई, समर्पित सांवरे रोये, जो देखें भाव...
Read moreआशीष मुझे दो इतना, तेरे चरणों में खो जाऊं, तेरे वृन्दावन में बसकर, तेरे वृन्दावन में बसकर, मैं श्याम अमर...
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