जली है ज्योत जगमग अवध नगर में
जली है ज्योत जगमग, अवध नगर में, अवध नगर में हाँ, अवध नगर में, जली है जोत जग मग, अवध...
Read moreजली है ज्योत जगमग, अवध नगर में, अवध नगर में हाँ, अवध नगर में, जली है जोत जग मग, अवध...
Read moreआई गए रघुनंदन, सजवा दो द्वार द्वार, स्वर्ण कलश रखवा दो, बंधवा दो बंधनवार।। तर्ज - सावन का महीना। सजी...
Read moreराम जी के शरण में, चले आइये, वो बनाएंगे बिगड़ी, ना घबराइये, रामजी के शरण मे, चले आइये।। जो भी...
Read moreआप मेरी आँख के हो तारे, हो राम प्राण से भी प्यारे।। देखे - भजन बिना चैन ना आये राम।...
Read moreभाव के है भूखे भगवन, सुने सब की टेर, राम जी ने, शबरी के खाए झूठे बेर।। भाव में बंधे...
Read moreआया तेरी शरण में यही सोचकर, सिंधु संसार से हम उबर जाएंगे, आपने गर हमें नाथ ठुकरा दिया, आप ही...
Read moreवह राम भक्त तुलसी, ब्रजधाम जा रहा है। दोहा - राम श्याम दोउ एक है, नहिं कछु अन्तर शेष, उनके...
Read moreजिन्हे दाम प्यारे, उन्हे दाम दे दो, मुझे राम प्यारे, मुझे राम दे दो, मुझे राम प्यारें, मुझे राम दे...
Read moreखुल जायेंगे सोए भाग मेरे, राम लला जब आएँगे, राम लला जब आयेंगे, मेरी बिगड़ी बात बनायेंगे, खुल जायेंगे सोए...
Read moreराम का गुणगान करिये, राम का गुण गान करिये, राम प्रभु की भद्रता का, सभ्यता का ध्यान धरिये, ध्यान धरिये,...
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