भजो रे भैया राम गोविंद हरि भजन लिरिक्स
भजो रे भैया, राम गोविंद हरि, राम गोविंद हरि, भजो रे भईया, राम गोविंद हरि।। जप तप साधन, कछु नहीं...
Read moreDetailsभजो रे भैया, राम गोविंद हरि, राम गोविंद हरि, भजो रे भईया, राम गोविंद हरि।। जप तप साधन, कछु नहीं...
Read moreDetailsजग में हँसता रहेगा प्राणी, कभी कष्ट ना पाएगा, राम नाम का अमृत पीले, जन्म सफल हो जाएगा।। चारों वेद...
Read moreDetailsजाऊं कहाँ तजि चरण तुम्हारे, चरण तुम्हारे, चरण तुम्हारे, चरण तुम्हारे, जाऊँ कहाँ तजि चरण तुम्हारे।। काको नाम पतित पावन...
Read moreDetailsमन भाये सखी री, सिया के सजना।। सांवली सूरत मोहनी मूरत, मोहत मन रतनारे नयना, मन भायें सखी री, सिया...
Read moreDetailsबांके नयन रतनार हो, सखि मनवा के मोहे, शोभेलें अवध कुमार हो, सखि मनवा के मोहे।। नील कमल सम श्याम...
Read moreDetailsराम के गीत सुनाते चलो, सोते हुए को जगाते चलो, परम पिता के परमेश्वर के, चरणों में शीश झुकाते चलो।।...
Read moreDetailsबिना रघुनाथ को देखे, नहीं दिल को करारी है, हमारी मात की करनी, सकल दुनिया से न्यारी है, बिना सियाराम...
Read moreDetailsकहाँ तू खोज रहा रे प्राणी, तेरे मन मन्दिर में राम, नहीं अवध नहिं गोकुल में प्रभु, नहीं द्वारका धाम,...
Read moreDetailsअर्जी है तुमसे सौ सौ बार हे हरी, बिन पग धोये ना करिहों गंगा पार हे हरी, चाहे तार दे...
Read moreDetailsकमाल हुई गवा हो, कमाल हुई गवा, राम मिथला में आए, कमाल हुई गवा, दिल की बगिया खिलाये, कमाल हुई...
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