चोला माटी के हे राम छत्तीसगढ़ी भजन लिरिक्स
चोला माटी के हे राम, एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे, चोला माटी के हे हो, हाय चोला...
Read moreDetailsचोला माटी के हे राम, एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे, चोला माटी के हे हो, हाय चोला...
Read moreDetailsहम सांस ले रहे है, इस जान की बदौलत, और जान जिस्म में है, श्री राम की बदौलत हम सांस...
Read moreDetailsहे पुरुषोत्तम श्रीराम, करूणानिधान भगवान। दोहा - राम नगरीया राम की, और बसे गंग के तीर, अटल राज महाराज को,...
Read moreDetailsपुण्य भूमि ये चित्रकूट की, जहाँ बसे श्रीराम, बरस बिता के ग्यारह, इसको बना गए धाम, तुलसी करते रामचरित में,...
Read moreDetailsवनवास मेरे प्राण का, प्यारा चला गया, मेरी ज़िन्दगी का राम, सहारा चला गया।। तर्ज - मिलती है जिंदगी में।...
Read moreDetailsआज राम मेरे घर आए, मेरे राम मेरे घर आए, नी मैं उंचिया भागा वाली, मेरी कुटिया दे भाग जगाए,...
Read moreDetailsनैया अटक गयी बीच भवरिया, दोहा - गुरु मूरत मुख चंद्रमा, सेवक नैन चकोर, अष्ट पहर निरख़त रहूँ, मैं गुरु...
Read moreDetailsपिंजरा के पंछी बोले, रही रही के कुण्डी खोले, मोला पार लगादे राम, मोला पार लगादे राम, मोला जाना है,...
Read moreDetailsबस गए रघुनंदन सरकार, हो रही जग में जय जयकार, मेरे राम मेरे राम, मेरे रघुनंदन सरकार, बस गये रघुनंदन...
Read moreDetailsश्री रामायण प्रारम्भ स्तुति, जो सुमिरत सिधि होइ गन नायक करिबर बदन। करउ अनुग्रह सोइ बुद्धि रासि सुभ गुन सदन।।1।।...
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