जय रघुनन्दन जय सियाराम भजन लिरिक्स
जय रघुनन्दन जय सियाराम, हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।। भ्रात भ्रात को हे परमेश्वर, स्नेह तुन्ही सिखलाते, नर नारी के प्रेम...
Read moreDetailsजय रघुनन्दन जय सियाराम, हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।। भ्रात भ्रात को हे परमेश्वर, स्नेह तुन्ही सिखलाते, नर नारी के प्रेम...
Read moreDetailsदुनिया में तेरा है बड़ा नाम, आज मुझे भी तुझसे पड़ गया काम, मेरी बिनती सुने तो जानू, मेरी बिनती...
Read moreDetailsराम का दीवाना बनना, सब के बस की बात नही है, कृष्णा नाम का रस पी लेना, सब के बस...
Read moreDetailsबड़ी आशा लगाए निहारे तुम्हे, क्षण विरह के मिलन में बदल जाएंगे, नाथ कबतक रहेंगे रूठे भला, देखकर प्रेम आंसू...
Read moreDetailsराम गुण गाया नहीं, गायक हुआ तो क्या हुआ, पितु मातु मन भाया नहीं, लायक हुआ तो क्या हुआ।। गंगा...
Read moreDetailsचित्रकूट के घाट घाट पर, शबरी देखे बाट, राम मेरे आ जाओ, राम मेरे आ जाओ, चित्रकुट के घाट घाट...
Read moreDetailsसियाराम के चरणों की, गर धूल जो मिल जाए, सच कहता हे राम, तकदीर बदल जाए, सियाराम के चरणों की।। ...
Read moreDetailsराम सुनलो मेरी बात तुम गौर से, क्यों पराजित हुआ आपसे युद्ध में, जानकी की वजह से ना मैं मर...
Read moreDetailsश्री रामायण विसर्जन वंदना, जय जय राजा राम की, जय लक्ष्मण बलवान। जय कपीस सुग्रीव की, जय अंगद हनुमान।। जय...
Read moreDetailsलक्ष्मण सा भाई हो, कौशल्या माई हो, स्वामी तुम जैसा, मेरा रघुराई हो, स्वामी तुम जैसा, मेरा रघुराई हो।। नगरी...
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