सीताराम दरश रस बरसें जेसे सावन की झड़ी भजन लिरिक्स
सीताराम दरश रस बरसें, जैसे सावन की झड़ी।। चोपाई - चहुं दिशि बरसें राम रस, छायों हरस अपार, राजा रानी...
Read moreDetailsसीताराम दरश रस बरसें, जैसे सावन की झड़ी।। चोपाई - चहुं दिशि बरसें राम रस, छायों हरस अपार, राजा रानी...
Read moreDetailsभजन बिना चैन ना आये राम श्लोक - बैठ के तु पिंजरे में, पंछी काहे को मुसकाय, हम सब है...
Read moreDetailsदेखा लखन का हाल तो, श्री राम रो पड़े, अंगद सुग्रीव जामवंत, बलवान रो पड़े, देखा लखन का हाल तो...
Read moreDetailsमुझे तेरा सहारा सदा चाहिए भजन, आसरा इस जहाँ का मिले न मिले, मुझे तेरा सहारा सदा चाहिए।। चाँद तारे...
Read moreDetailsराम कहानी सुनो रे राम कहानी, कहत सुनत आवे, कहत सुनत आवे, अँखियों में पानी, राम कहानी सुनों रे राम...
Read moreDetailsराम भक्त ले चला रे, राम की निशानी। चौपाई - प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि, सादर भरत शीश धरी लीन्ही।...
Read moreDetailsओ मईया तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दये री बन में, दीवानी तैने का ठानी मन में, राम-सिया...
Read moreDetailsओ मुरख बन्दे, क्या है रे जग मे तेरा, ये तो सब झूठा सपना है, ये तो सब झूठा सपना...
Read moreDetailsकभी कभी भगवान को भी, भक्तो से काम पड़े, जाना था गंगा पार, प्रभु केवट की नाव चढ़े।। ये भी...
Read moreDetailsअवध में छाई खुशी की बेला, लगा है अवध पुरी में मेला।। राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न, संग में नाचे हनुमत...
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