भूतनाथ के द्वार पे जो भी अपना शीष झुका देता है
भूतनाथ के द्वार पे जो भी, अपना शीष झुका देता है, चिंताओं की सारी लक़ीरें, चिंताओं की सारी लक़ीरें, बाबा...
Read moreभूतनाथ के द्वार पे जो भी, अपना शीष झुका देता है, चिंताओं की सारी लक़ीरें, चिंताओं की सारी लक़ीरें, बाबा...
Read moreखबर मेरी ले लेना, उज्जैन के महाकाल।bd। ऊँचा है नाम बाबा ऊँची है महिमा, संग विराजे हरसिद्धि मैया, हमें दे...
Read moreतेरे दर पे आ तो गया हूँ, राह दिखा दे मुझको काबिल कर दे, दुखियन पे किरपा करो करूँ तेरी...
Read moreबिछिआ दिला दो भोलेनाथ, बस मैं यही लूंगी।। हरवा तो मैं पहन के आयी, हरवा तो मैं पहन के आयी,...
Read moreकालो के काल है, मृत्यु के है वो राजा, भस्मी लगाएं बाबा, उज्जैन के वो राजा।। दीदार करना चाहूं, दर्शन...
Read moreमैं शिव का हूँ शिव मेरे है, मैं और क्या मांगू शंकर से, मेरे मन में उनके डेरे है, मैं...
Read moreभोले डमरू वाले तेरा, सच्चा दरबार है, तेरी जय जयकार भोले, तेरी जय जयकार है।। तर्ज - खाटू वाले श्याम...
Read moreतेरी दया तेरा साया, सदा रहता मुझ पर, बनाएगा मेरी बिगड़ी, मेरा भोला शंकर, मेरा भोला शंकर।। है जबसे पाया...
Read moreकलयुग में शिवयुग आया है, महादेव ये तेरा रचाया है, हर भगत ने तुझको पाया है, महादेव ये तेरा रचाया...
Read moreहमारे भोले बाबा को, मना लो जिसका दिल चाहे, है भोले प्रेम के भूखे, लुटा लो जिसका दिल चाहे, हमारे...
Read more© 2024 Bhajan Diary