शिवजी भजन

Shiv Bhajan Lyrics

जहाँ जिनकी जटाओं में गंगा की बहती अविरल धारा लिरिक्स

जहाँ जिनकी जटाओं में गंगा की, बहती अविरल धारा, अभिनन्दन उन्हें हमारा, अभिनन्दन उन्हें हमारा, जिनके त्रिनेत्र ने कामदेव को,...

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