पंछी तो उड़ गया पिंजरा को छोड़ के भजन लिरिक्स
रंग महल के, दस दरवाजे तोड़ के, पंछी तो उड़ गया, पिंजरा को छोड़ के।। तर्ज - कागा तो उड़...
Read moreDetailsरंग महल के, दस दरवाजे तोड़ के, पंछी तो उड़ गया, पिंजरा को छोड़ के।। तर्ज - कागा तो उड़...
Read moreDetailsभजन के बिना तूने, ये जीवन गंवाया, कभी ये ना सोचा कि, इस जग में आकर, क्या तूने खोया, क्या...
Read moreDetailsनिर्गुण रंगी चादरिया रे, कोई ओढे संत सुजान, कोई ओढे संत सुजान रे, कोई ओढे संत सुजान।। देखे - जनम...
Read moreDetailsशिव शंकर भोलेनाथ, डमरू लिये हाथ, सदाशिव पार्वती प्यारा, मस्तक पर पड़ती, सुखानंद में गंगा की धारा, मस्तक पर पड़ती,...
Read moreDetailsभजन बिन ये जीवन, पशु जैसा बीते, भजन जो करे नित, वही जग में जीते, भजन बिन यें जीवन, पशु...
Read moreDetailsगैया माता तुम्हे पुकारे, कहाँ छुपे हो श्याम, कष्ट पड़ा है हम पर भारी, आ जाओ घनश्याम, सांवरे आन बचा...
Read moreDetailsआओ भक्तों मिलकर हम सब, खुशियां मनाते है, यह उत्सव मनाते है, विश्वकर्मा भगवान की आओ, जयंती मनाते हैं, उनकी...
Read moreDetailsये मशीने ये पुर्जे, ये फरमा ना होते, अगर विश्व में, विश्वकर्मा ना होते।। देखे - कुशल कारीगरी ही इनकी...
Read moreDetailsकाई लाया न काई लई जावंगा, जसा आया न वसा चली जावंगा।bd। दी रे विधाता न सुंदर काया, करी लेओ...
Read moreDetailsप्रभु तुम अणु से भी सूक्ष्म हो, प्रभु तुम गगन से विशाल हो, मैं मिसाल दूँ तुम्हे कौनसी, दुनिया में...
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