सुमिरन क्यों नि करे भजन लिरिक्स
सुमिरन क्यों नि करे, क्यों रे मन सुमिरन क्यो नि करे।bd। रावण कंस हिरणाकुश मारयो, ध्रुव प्रहलाद विभीषण तारयो, तू...
Read moreDetailsसुमिरन क्यों नि करे, क्यों रे मन सुमिरन क्यो नि करे।bd। रावण कंस हिरणाकुश मारयो, ध्रुव प्रहलाद विभीषण तारयो, तू...
Read moreDetailsप्रभु तेरा द्वार ना छूटे रे, प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे, छूट जाए संसार, प्रभु तेरा द्वार ना छूटें...
Read moreDetailsयह अवसर फिर नहीं मिलने का, सतसंग करो सतसंग करो, यह वक्त नही हिल डुलने का, सतसंग करो सतसंग करो।।...
Read moreDetailsपीनी है तो प्याली, हरि नाम वाली पी, कौन तुझे रोकता है, सुबह शाम पी।। मीरा ने पी तो, कमाल...
Read moreDetailsहुई मतलबी है आज दुनिया, किसी का कोई सगा नहीं है, हुए है अपनों से लोग आहत, हुए है अपनों...
Read moreDetailsतिहारो दरश मोहे भावे, श्री गंगा मैया, हरि चरणन से, प्रकटी है मैया, शंकर शीश चढा़वे, ओ गंगा मैया, तिहारो...
Read moreDetailsइस दुनिया में सुंदर सुंदर, फूल खिलाने वाला, तरह तरह की कठपुतली को, नाच नचाने वाला, बोलो कौन है, बोलो...
Read moreDetailsओ म्हारा हलधर रोहिणी नंदन, चालो सागे सागे, थारौ साथ मिले तो दाता, म्हारो भाग जागे।। कान्हा के बलदाऊ निराले,...
Read moreDetailsये धाम बागेश्वर एक तीरथ, दोहा - चमत्कार दिखला रहे, चला रहे दरबार, बने है बजरंगी यहाँ, बागेश्वर सरकार। ये...
Read moreDetailsहम जाने वाले पंछी, मत हमसे प्रीत लगाना। दोहा - राजा राणा सब चले, चले राव और रंक, महल मंदिर...
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