गैया के प्राण पुकार रहे गोविन्द बिन कौन सहाय करे लिरिक्स
गैया के प्राण पुकार रहे, गोविन्द बिन कौन सहाय करे।। तर्ज - जिस भजन में राम का। बेटे को काँटा...
Read moreDetailsगैया के प्राण पुकार रहे, गोविन्द बिन कौन सहाय करे।। तर्ज - जिस भजन में राम का। बेटे को काँटा...
Read moreDetailsदीपो से सजे घर द्वार, दीपावली आई है हाँ आई है, खुशियो की सौगात लाई है, मनभावन त्यौहार, आया सुखदाई...
Read moreDetailsचार दिनों की प्रीत जगत में, चार दिनों के नाते है, पलकों के पर्दे पड़ते ही, सब नाते मिट जाते...
Read moreDetailsसोहम बालो हालरो, हारे निरमळ थारी जोत।। नदी सुक्ता के घाट पर, बैठे ध्यान लगाई, आवत देखीयो पींजरो, हारे लियो...
Read moreDetailsहोत आवेरो म्हारा धाम को, गुरु न भेज्यो परवाणो।। हम कारज निर्माण किया, आरे परमेश्वर को जाणु, मुल रच्यो निजधाम...
Read moreDetailsएक स्वांस का अंतर है, मौत और जिंदगानी में, थम गई जो तेरी धड़कने, खत्म सारी कहानी है।। तर्ज -...
Read moreDetailsदुनिया वालों सुनो, मेरी इस बात को, भूल जाना नहीं, अपने मां बाप को, जिसने पैदा किया, जग में हम...
Read moreDetailsहे नाथ दयावानों के, सिरमौर बता दो, छोडूँ मैं भला आपको, किस तौर बता दो।। हाँ शर्त ये कर लो,...
Read moreDetailsक्या वह स्वभाव पहला, सरकार अब नहीं है, दीनों के वास्ते क्या, दरबार अब नहीं है।। या तो दयालु मेरी,...
Read moreDetailsमुझे दास बनाकर रख लेना, भगवान तू अपने चरणों में, भगवान तू अपने चरणों में, भगवान तू अपने चरणों में,...
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