निर्गुण धाम सिंगाजी जहाँ अखण्ड पूजा लागी लिरिक्स
निर्गुण धाम सिंगाजी, जहाँ अखण्ड पूजा लागी।। जहाँ अखण्ड जोति भरपूर, जहाँ झिलमिल बरसे नूर, जहाँ ब्रह्म ज्ञान मामूर, जहाँ...
Read moreDetailsनिर्गुण धाम सिंगाजी, जहाँ अखण्ड पूजा लागी।। जहाँ अखण्ड जोति भरपूर, जहाँ झिलमिल बरसे नूर, जहाँ ब्रह्म ज्ञान मामूर, जहाँ...
Read moreDetailsचलो संत पावा हो दीदार, सिंगाजी घर हरि को बधावा हो।। बाबा मनुष जनम दुर्लभ है रे, असो आवे नई...
Read moreDetailsहम गौरी गणेश के मनावांगा, हम गौरी गणेश को मनावांगा, थारा मंदिर में दीपक जलावांगा, हम गौरी गणेश को मनावांगा।।...
Read moreDetailsना तो देर है ना अंधेर है, तेरे कर्मो का ये सब फेर है, तेरे कर्मो का ये सब फेर...
Read moreDetailsमेरे पिता मेरे भगवान, मेरी दुनियाँ कर वीरान, कहाँ तुम चले गए, कहाँ तुम चले गए, मेरे जीवन की पहचान,...
Read moreDetailsजिंदगी है मगर पराई है, दोहा - किचस मेहरबा नसीब से देखो, या निगाहें अजीब से देखो, दूर से क्या...
Read moreDetailsकैकेई के वचन कठोर, भरत के सुनतहि अंसुआ भर आए, जननी के वचन कठोर, भरत के सुनतहि अंसुआ भर आए।।...
Read moreDetailsशान है जो पुरे भारत की, शान नहीं घटने देंगे, सर कट जाए बेशक अपना, गाय नहीं कटने देंगे, शान...
Read moreDetailsनबजिया वैद क्या जाणे, हमें दिल कि बीमारी है।। कभी कफ रोग बतलाये, कभी तासीर गरमी की, जिगर का हाल...
Read moreDetailsकुशल कारीगरी ही इनकी पहचान, ब्रम्ह स्वरुप ये विश्वकर्मा भगवान है, गूंज रहा नौ-खंड में इनका जयकारा, इनकी कृपा से...
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