कोई पीवे संत सुजान नाम रस मीठा रे भजन लिरिक्स
कोई पीवे संत सुजान, नाम रस मीठा रे।। राजवंश की रानी पी गयी, एक बूँद इस रस का, आधी रात...
Read moreDetailsकोई पीवे संत सुजान, नाम रस मीठा रे।। राजवंश की रानी पी गयी, एक बूँद इस रस का, आधी रात...
Read moreDetailsअंग अंग में गौ माता के, सब देवों का धाम है, गौ माता के श्री चरणों में, बारम्बार प्रणाम है।।...
Read moreDetailsतुम दिखते नहीं हो फिर भी हरि, एहसास तुम्हारा होता है, अहसास को कायम रखने से, विश्वास तुम्हारा होता है।।...
Read moreDetailsछठ पर्व पे अरग जो भक्त चढ़ा दे, भाग्य जग जाएगा, कोई भाव से छठी मैया को मनाले, भाग्य जग...
Read moreDetailsऊपर वाला बैठा सब देख रहा, एक मन कहता करले करले, दूजा कहता नहीं नहीं, मन मर्जी चलना प्यारे ये,...
Read moreDetailsअनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है, किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है, अनमोल तेंरा जीवन,...
Read moreDetailsयहाँ रहना नहीं देस बिराना है, दोहा - पत्ता कहता तरुवर से, सुनो तरुवर मेरी बात, उस घर की ऐसी...
Read moreDetailsहमने आँगन नहीं बुहारा, कैसे आयेंगे भगवान, कैसे आयेंगे भगवान, चंचल मन को नहीं संभाला, कैसे आयेंगे भगवान, कैसे आयेंगे...
Read moreDetailsमेरे साजन का मुखड़ा है चाँद, मैं आरती उतारूंगी, चंदा देखूंगी मन से पूजूंगी, करवा गाउंगी जल चढ़ाउंगी, मेरा साजन...
Read moreDetailsअरर तेरे समझ क्यूँ नावे, अकल तेरी भैंस चरावै, लेलै उपरवाले का नाम तू, पैसा पैसा करते करते, तू मर...
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