कैकई तूने लुट लिया दशरथ के खजाने को भजन लिरिक्स
कैकई तूने लुट लिया, दशरथ के खजाने को, तू तरस जाएगी रानी, तू तरस जाएगी रानी, मांग अपनी सजाने को,...
Read moreDetailsकैकई तूने लुट लिया, दशरथ के खजाने को, तू तरस जाएगी रानी, तू तरस जाएगी रानी, मांग अपनी सजाने को,...
Read moreDetailsएक डाल दो पंछी बैठा, कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा, चेला की करनी चेला रे साधु...
Read moreDetailsजो रावण ने सीता चुराई ना होती, तो हनुमत ने लंका जलाई ना होती, तो हनुमत ने लंका जलाई ना...
Read moreDetailsकोई माँ तेरे जैसी, दौलत नहीं है, जरा सी भी तुझमें, नफरत नहीं है, कोईं माँ तेरे जैसी, दौलत नहीं...
Read moreDetailsये दुनिया नहीं जागीर किसी की, राजा हो या रंक यहाँ पर, सब है चौकीदार, कोई आकर चला गया कोई,...
Read moreDetailsवक्त का पहिया चलता जाये, हमको ये बतलाये, समय क्या आ गया है, कलयुग का ये खेल निराला, पग पग...
Read moreDetailsजर्रे जर्रे में हैं झांकी भगवान की, किसी सूझ वाली आँख ने पहचान की।। नामदेव ने पकाई, रोटी कुत्ते ने...
Read moreDetailsकर ले रे मन सच्चे प्रभु का तू वंदन, मात पिता सा दूजा, मात पिता सा दूजा नहीं कोई भगवन,...
Read moreDetailsहर देश में तू हर भेष में तू, तेरे नाम अनेक तू एक ही है, तेरी रंगभूमि यह विश्व भरा,...
Read moreDetailsजय धरती माँ जय गौ माता, गूंज रहा है मंत्र महान, सुखद सुमंगल विश्व कामना, जीव मात्र का हो कल्याण,...
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