भूल उसे बैठा है जग में नाम रतन जो पाया है
भूल उसे बैठा है जग में, नाम रतन जो पाया है, नाम सुमरने, भव से तरने, को तू जग में...
Read moreDetailsभूल उसे बैठा है जग में, नाम रतन जो पाया है, नाम सुमरने, भव से तरने, को तू जग में...
Read moreDetailsठिकाना है नही पल का, करो सुमिरन हरि का जी, अमर हो गए जिसे भज कर, कबीरा मीरा और शबरी,...
Read moreDetailsउसको मेरी सेवा का अधिकार है, करता जो अपनी माँ से प्यार है, उसको ही मिलता ये दरबार है, करता...
Read moreDetailsइतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना, हम चलें नेक रस्ते पे हमसे, भूलकर भी कोई...
Read moreDetailsहरी थारा नाम हजार, सांवरिया रा नाम हजार, बनवारी थारा नाम हजार, मैं कैसे लिखू कंकु पत्री।। कोई केवे यशोदा...
Read moreDetailsकन्हैया पार लगादे मेरी नैया, पार लगादे मेरी नैया, गईया घेरे खड़े कसाई, तुम बिन कौन बचईया, बिच सभा में...
Read moreDetailsमन फूला फूला फिरे, जगत में कैसा नाता रे।। माता कहे यह पुत्र हमारा, बहन कहे बीर मेरा, भाई कहे...
Read moreDetailsऐ नर ज़रा बता दे, कौतुक ये क्या किया है, तूने जगत में आकर, सतगुरु भुला दिया है।। तर्ज -...
Read moreDetailsगफलत की निदिया को तोड़के, भजले रे प्राणी, भजले रे हरि नाम, तू शरण प्रभू की आ जगत के, छोड़...
Read moreDetailsदीवाने पी ले रे हरी नाम, थारी कोड़ी लगे न च दाम रे, थारी उमर बीती जाए रे, दीवाने पी...
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