कुछ पल की ज़िन्दगानी इक रोज़ सबको जाना भजन लिरिक्स
कुछ पल की ज़िन्दगानी, इक रोज़ सबको जाना, बरसों की तु क्यू सोचे, पल का नही ठिकाना॥ तर्ज-मुझे इश्क है...
Read moreDetailsकुछ पल की ज़िन्दगानी, इक रोज़ सबको जाना, बरसों की तु क्यू सोचे, पल का नही ठिकाना॥ तर्ज-मुझे इश्क है...
Read moreDetailsप्रेम की गंगा बहाते चलो, ज्योत से ज्योत जगाते चलो, प्रेम की गंगा बहाते चलो, राह में आये जो दीन...
Read moreDetailsहमको मन की शक्ति देना, मन विजय करे । दूसरो की जय से पहले, खुद को जय करे । भेद...
Read moreDetailsतोरा मन दर्पण कहलाए, भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए।। मन ही देवता, मन ही ईश्वर, मन से...
Read moreDetailsएक हरि को छोड़ किसी की, चलती नहीं है मनमानी, चलती नही है मनमानी॥ लंकापति रावण योद्धा ने, सीता जी...
Read moreDetailsजाएगा जब यहाँ से, कुछ भी ना पास होगा, दो गज कफ़न का टुकड़ा, तेरा लिबास होगा।। काँधे पे धर...
Read moreDetailsरट ले हरि का नाम, सब छोड़ दे उल्टे काम, बैरी रट ले हरि का नाम।। जिस दौलत पर तुझे है...
Read moreDetailsमुक्ति का कोई तु जतन करले, रोज थोड़ा थोड़ा हरी का भजन करले। मुक्ति का कोई तु।। भक्ति करेगा तो...
Read moreDetailsयार मेरे मेरे मरने से पहले, भर के चिलम पीला देना, पी के सीधा स्वर्ग मे पहुंचूं, ऐसी दम लगवा...
Read moreDetailsतेरी पनाह में हमे रखना, सीखे हम नेक राह पर चलना।। कपट कर्म चोरी बेईमानी, और हिंसा से हमको बचाना,...
Read moreDetails© 2024 Bhajan Diary