समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे भजन लिरिक्स
समय को भरोसो कोनी, कद पलटी मार जावे। दोहा - तुलसी नर का क्या बड़ा, और समय बड़ा बलवान, काबा...
Read moreDetailsसमय को भरोसो कोनी, कद पलटी मार जावे। दोहा - तुलसी नर का क्या बड़ा, और समय बड़ा बलवान, काबा...
Read moreDetailsपत्थर की राधा प्यारी, पत्थर के कृष्ण मुरारी, पत्थर से पत्थर घिस कर, पैदा होती चिंगारी, पत्थर की नारी अहिल्या,...
Read moreDetailsसजधज कर जिस दिन, मौत की शहजादी आएगी, ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी, ना सोना काम आएगा, ना...
Read moreDetailsजिंदगी में हजारों का मेला जुड़ा, हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा। काल से बच ना पाएगा छोटा बड़ा,...
Read moreDetailsचदरिया झीनी रे झीनी, दोहा - कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे हम रोये, ऐसी करनी कर चलो, हम...
Read moreDetailsभजना मे जावा कोनी दे, सतसंग मे जावा को नी दे, जम्बुला मे जावा को नी दे, अछि रे परनाई...
Read moreDetailsअब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में, है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों...
Read moreDetailsजीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ी, देख तमाशा लकडी का, क्या जीवन क्या मरण कबीरा, खेल रचाया लकडी का।। देखे...
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