चाल चौगानन चाल री,
गुरु गोरख आया स,
हो सब दुखियो के दर्द मिटा,
हो सब दुखियो के दर्द मिटा,
तेरा दिया बुलावा स।।
भगता प जहाँ भीड़ पड़े,
वहाँ चिमटा गाड़ दे,
हे अली झली की बाबा सारी,
बुझा पाड़ दे,
हो झूठ साच न काढ़ दे,
हो झूठ साच न काढ़ दे,
या अद्भुत माया स,
चाल चोगानन चाल री,
गुरु गोरख आया स।।
तेरी गोद का संकट माई,
कस के पकड़ लिए,
ढीली डोर री छोड़ मतन्या,
इसने जकड लिए,
हो भगत तेरे ये तड़फ लिए,
हो भगत तेरे ये तड़फ लिए,
जब चिमटा ठाया स,
चाल चोगानन चाल री,
गुरु गोरख आया स।।
52 रूप स तेरे मसानी,
गुरु गोरख न ध्यावे है,
बीच चौराहे बैठ के माई,
अपना भोग लगावे है,
हो खपर के महां खावे माई,
हो खपर के महा खावे माई,
जो खून मैं नहाया स,
चाल चोगानन चाल री,
गुरु गोरख आया स।।
सिंगपुरे मै धुनें ऊपर,
दिखे शिव अवतारी री,
अमित गोरख न साच बतावे,
दूर करै लाचारी री,
यहाँ लाल बेग दरबारी री हो,
यहाँ लाल बेग दरबारी री,
जो धाम बनाया स,
चाल चोगानन चाल री,
गुरु गोरख आया स।।
चाल चौगानन चाल री,
गुरु गोरख आया स,
हो सब दुखियो के दर्द मिटा,
हो सब दुखियो के दर्द मिटा,
तेरा दिया बुलावा स।।
गायक – मुकेश शर्मा।
प्रेषक – दीपक सोनी।
9255910203