चाल म्हारा हसला साध संगत में,
ज्ञान सुणो भक्ति पावों।।
देखे – हँसला साध संगत नित कर रे।
माँ का गर्भ में कोल किया था,
अब भूली किया ल्यावो,
आगे भगवत लेखों लेसी,
देर करोला घणा पिछताओ रे।।
सांझ सवेरे थोडा नाम लिया कर,
इंद्रिया क साग मत भड़कावो,
निर्भय होकर नगर में बैठो,
कुकर्मा न धमकावो रे।।
रामजी को नाम सकल सारी जाण,
भेद बीना कतरो ही गावो,
भय और प्रेम राखो घट माही,
जद होवेलो थारो निस्तारो।।
भ्रम असर न मार हटादो,
ब्रह्म लोक मे बस जावो,
सुक्षम वेद की करल्यो पढ़ाई,
संता के मार्ग आवो रे।।
एक मार्गियो जावे जीवणो,
दूजो उनके डावे,
दोन्या के बिच में तिरबा को रस्तों,
चंद्रो बारठ यू गावे रे।।
चाल म्हारा हसला साध संगत में,
ज्ञान सुणो भक्ति पावों।।
गायक – विनोद मेघवाल हनुमानपुरा।
8094953386