चलेगी नैया तेरी बिन पतवार,
के करले बाबोसा पे तू ये एतबार,
के करते है वो भक्तो की नैया पार,
बाबोसा उनका नाम है।।
तर्ज – किसी की मुस्कराहटों पे।
श्री बाबोसा के जो भी करीब है,
जग में यारो वो ही खुशनसीब है,
बाबोसा की तू दिलसे करले बंदगी,
हो जायेगी सफल ये तेरी जिन्दगी,
के जोडले तू इनसे अपने दिल के तार,
बाबोसा उनका नाम है।।
कर न कोई चिंता तू ना कर फिकर,
बाबोसा की तुझपे है बड़ी महर,
तू भी मांगेगा जो भी मिल ही जायेगा,
तेरे हर काम वो ही बनायेगा,
कभी न होने देगा वो तेरी हार,
बाबोसा उनका नाम है।।
रिश्ता तू बनाले इनसे एक बार,
प्यार ये करेगे तुझसे बेसुमार,
इनके साथ रह हर जन्म ये निभायेगे,
के छोड़ तुझको ये कभी न जायेगे,
देव ‘दिलबर’ के जो है आधार,
बाबोसा उनका नाम है।।
चलेगी नैया तेरी बिन पतवार,
के करले बाबोसा पे तू ये एतबार,
के करते है वो भक्तो की नैया पार,
बाबोसा उनका नाम है।।
लेखक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
9907023365