चलके आए है खाटू वाले श्याम,
हमारे घर अंगना में,
भक्तों आए है खाटू वाले श्याम,
हमारे घर अंगना में,
आज की शाम सावरे के नाम,
हमारे घर अंगना में,
चलके आये है खाटू वाले श्याम,
हमारे घर अंगना में।।
तिनका तिनका थोड़ा थोड़ा,
मिलकर हमने जोड़ा है,
उसी भाव से श्याम को लेकर,
आया लीला घोडा है,
उनकी शान में सजाई हमने शाम,
चलके आये है खाटू वाले श्याम,
हमारे घर अंगना में।।
श्याम के कदम पड़े जिस घर में,
नया सवेरा होता है,
फूटी किस्मत वालो का भी,
दूर अँधेरा होता है,
पल में बन जाते बिगड़े काम,
हमारे घर अंगना में,
चलके आये है खाटू वाले श्याम,
हमारे घर अंगना में।।
आज ख़ुशी का पर्व है भक्तों,
मिलकर सभी मनाएंगे,
श्याम के आगे शीश नवाकर,
झूमेंगे और गाएंगे,
झुककर करता है ‘ऋतिक’ प्रणाम,
पधारे श्याम अंगना में,
चलके आये है खाटू वाले श्याम,
हमारे घर अंगना में।।
चलके आए है खाटू वाले श्याम,
हमारे घर अंगना में,
भक्तों आए है खाटू वाले श्याम,
हमारे घर अंगना में,
आज की शाम सावरे के नाम,
हमारे घर अंगना में,
चलके आये है खाटू वाले श्याम,
हमारे घर अंगना में।।
स्वर – ऋतिक सिंह।