चलना शिव जी के दरबार,
करते सबका बेड़ा पार,
कामद नगरी में जिनका,
बसा है प्यारा घर।।
तर्ज – लेके पहला पहला।
कामदनगरी में श्री राम जी है आये,
माता शबरी के फल चाव से वो खाये,
माँ की आंखों में जलधार,
प्रभु को दिखती बार-बार,
कामद नगरी में जिनका,
बसा है प्यारा घर।।
कितना सुहाना लगता पावन परिक्रमा,
कितना लुभाना लगता पावन परिक्रमा,
जिनके दर पे बार-बार,
आते लाखों लोग हजार,
अदभुत नगरी में जिनका,
बसा है प्यारा घर।।
चलना शिव जी के दरबार,
करते सबका बेड़ा पार,
कामद नगरी में जिनका,
बसा है प्यारा घर।।
Singer – Shiva & Janhavi
Lyrics – Shivkamal Mishra
Creations – Chitrakoot Music Production