चलो जी चलो खाटू एक बार,
हो जाएगा तुमको भी सांवरे से प्यार,
हमको हुआ है तुमको भी होगा,
खाटू वाले से प्यार लीले वाले से प्यार,
चलो जी चलो खाटू इक बार,
हो जाएगा तुमको भी सांवरे से प्यार।।
जब राह दिखे ना कोई,
मंजिल का हो ना ठिकाना,
बस एक बार तू दिल से,
खाटू नगरी को जाना,
हमको हुआ है तुमको भी होगा,
खाटू वाले से प्यार लीले वाले से प्यार,
चलो जी चलो खाटू इक बार,
हो जाएगा तुमको भी सांवरे से प्यार।।
रूठा हो सारा जमाना,
चाहे रूठी हो तकदीरें,
मेरे श्याम के दर पे कटती,
दुःख की सारी जंजीरे,
हमको हुआ है तुमको भी होगा,
खाटू वाले से प्यार लीले वाले से प्यार,
चलो जी चलो खाटू इक बार,
हो जाएगा तुमको भी सांवरे से प्यार।।
हारे का है ये साथी,
जिसने दिल इसपे हारा,
जब उसके दिन बदले है,
उसने भी यही पुकारा,
हमको हुआ है तुमको भी होगा,
खाटू वाले से प्यार लीले वाले से प्यार,
चलो जी चलो खाटू इक बार,
हो जाएगा तुमको भी सांवरे से प्यार।।
गर तू चाहे इस जग में,
तेरा मान कभी ना टूटे,
बस एक ही कोशिश करना,
‘रोमी’ श्याम कभी ना रूठे,
हमको हुआ है तुमको भी होगा,
खाटू वाले से प्यार लीले वाले से प्यार,
चलो जी चलो खाटू इक बार,
हो जाएगा तुमको भी सांवरे से प्यार।।
चलो जी चलो खाटू एक बार,
हो जाएगा तुमको भी सांवरे से प्यार,
हमको हुआ है तुमको भी होगा,
खाटू वाले से प्यार लीले वाले से प्यार,
चलो जी चलो खाटू इक बार,
हो जाएगा तुमको भी सांवरे से प्यार।।
स्वर / रचना – रोमी जी।
प्रेषक – रविन्द्र (श्री श्याम अरदास परिवार)