चम चम चमके चुनरी महारानी ओ,
मैया कर सोलह सिंगार अंबे रानी ओ,
मैया कर सोलह सिंगार घाटारानी ओ।।
हाथों में चुडलों सोवनो माताजी ओ,
थाने बिंदिया चमके लाल,
आमज रानी ओ।।
थाणे हाथा बाजूबंद सोवनो मैया जी ओ,
थाने गला में चमके हार,
घाटारानी ओं।।
थाने पगल्या में पायल बाजनी माताजी ओ,
थानी नथडी फलकादार,
करनी माई ओ।।
थारे हाथा में त्रिशूल सोवनो महारानी ओ,
मैया हो सिंह पर असवार,
चावंड रानी ओ।।
लोकेश करे पुकार सुनो माता जी ओ,
मैया कर दो बेड़ा पार,
अंबे रानी ओ।।
चम चम चमके चुनरी महारानी ओ,
मैया कर सोलह सिंगार अंबे रानी ओ,
मैया कर सोलह सिंगार घाटारानी ओ।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – लोकेश जांगिड़।
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