चाँद से सुन्दर मुखड़ा जिसका,
आँखे अमृत की प्याली,
वो तो कोई और नही है,
वो तो कोई और नही है,
वो है माँ झुंझण वाली,
चांद से सुन्दर मुखड़ा जिसका,
आँखे अमृत की प्याली,
चाँद से सुन्दर मुखड़ा जिसका।।
तर्ज – फूल तुम्हे भेजा है।
नादां है जो कहते माँ का,
मुखड़ा चाँद के जैसा है,
हमने चाँद को इस मुखड़े से,
नूर चुराते देखा है,
सूरज की किरणों ने मांगी,
माँ के हाथो से लाली,
चांद से सुन्दर मुखड़ा जिसका,
आँखे अमृत की प्याली,
चाँद से सुन्दर मुखड़ा जिसका।।
क्यों देखे अम्बर को और क्या,
करना बाग़ बहारो का,
मैया की चुनड़ी में ही है,
डेरा चांद सितारों का,
ऐसा कोई फूल ना जिससे,
माँ गजरा हो खाली,
चांद से सुन्दर मुखड़ा जिसका,
आँखे अमृत की प्याली,
चाँद से सुन्दर मुखड़ा जिसका।।
स्वर्ग वो देखे ‘सोनू’ जिनके,
दिल में माँ की चाहत है,
अपना स्वर्ग तो झुंझण वाली,
तेरी ही चौखट पर है,
स्वर्ग से ज्यादा खुशियाँ हमने,
माँ के चरणों में पाई,
चांद से सुन्दर मुखड़ा जिसका,
आँखे अमृत की प्याली,
चाँद से सुन्दर मुखड़ा जिसका।।
चाँद से सुन्दर मुखड़ा जिसका,
आँखे अमृत की प्याली,
वो तो कोई और नही है,
वो तो कोई और नही है,
वो है माँ झुंझण वाली,
चांद से सुन्दर मुखड़ा जिसका,
आँखे अमृत की प्याली,
चाँद से सुन्दर मुखड़ा जिसका।।
Singer – Priyanka Gupta