चाँदी का पालना,
लायो मारा सेठ जी,
झूलो थे साँवरिया,
मंडफ़िया के माये रे थे,
झूलो रे साँवरिया।।
पहलो झूलो साँवरिया,
यशोदा जी झुलावे,
झूलो मारा सेठ जी,
मंडफ़िया के माये रे थे,
झूलो रे साँवरिया।।
दूजो झूलो साँवरिया,
गोपिया झुलावे,
झूलो मारा सेठ जी,
मंडफ़िया के माये रे थे,
झूलो रे साँवरिया।।
तीसरो झूलो साँवरिया,
राधा जी झुलावे,
झूलो मारा सेठ जी,
मंडफ़िया के माये रे थे,
झूलो रे साँवरिया।।
चोथो झूलो साँवरिया,
वासु शर्मा झुलावे,
झूलो मारा सेठ जी,
मंडफ़िया के माये रे थे,
झूलो रे साँवरिया।।
पाचवो झूलो साँवरिया,
दीपक राजस्थानी झुलावे,
खोलो म्हारा सेठ जी,
मंडफ़िया के माये रे थे,
झूलो रे साँवरिया।।
चाँदी का पालना,
लायो मारा सेठ जी,
झूलो थे साँवरिया,
मंडफ़िया के माये रे थे,
झूलो रे साँवरिया।।
गायक – दीपक जी राजस्थानी।
म्यूजिक – वासु शर्मा नलखेड़ा।
9630787401