चौसठ जोगनीया ए अरजी,
सुनजो म्हारी माँ,
सुनजो म्हारी माँ,
विनती सुनजो म्हारी माँ.
सुनजो म्हारी माँ,
विनती सुनजो म्हारी माँ,
लजीया राखजो ए अरजी,
सुनजो म्हारी माँ।।
ए महामाया जोग समाया,
अद्भुत रूप बनाया,
ए महामाया जोग समाया,
अद्भुत रूप बनाया,
अद्भुत रूप बनाया जोगनीया,
अद्भुत रूप बनाया,
अद्भुत रूप बनाया जोगनीया,
अद्भुत रूप बनाया,
दानव दल संगारे माता,
दानव दल संगारे माता,
जग में नाम पुजाया,
लजीया राखजो ए अरजी,
सुनजो म्हारी माँ।।
पर्वत नीचे राजे भवानी,
बड़ निम्बड की छाया,
पर्वत नीेचे राजे भवानी,
बड़ निम्बड की छाया,
बड़ निम्बड की छाया जोगनीया,
बड़ निम्बड की छाया,
अचनावु देवलीया माई,
अचनावु देवलीया माई,
केई रूप बनाया,
लजीया राखजो ए अरजी,
सुनजो म्हारी माँ।।
सतीया सामे दृष्टि आपकी,
घणा यात्री आवे,
सतीया सामे दृष्टि आपकी,
घणा यात्री आवे,
घणा यात्री आवे जोगनीया,
घणा यात्री आवे,
दुख दारी दर दूर करे माँ,
दुख दारी दर दूर करे,
कंचन करदे काया,
लजीया राखजो ए अरजी,
सुनजो म्हारी माँ।।
आधी शक्ति आगे नाचे,
चौसठ जोगनीया,
आधी शक्ति आगे नाचे,
चौसठ जोगनीया,
चौसठ जोगनीया नाचे,
चौसठ जोगनीया,
डमरू बजावत भेरू नाचे,
डमरू बजावत भेरू नाचे,
सकल जगत महामाया,
लजीया राखजो ए अरजी,
सुनजो म्हारी माँ।।
नानु पंडित मांगे चरना,
बार बार यश गावे,
नानु पंडित मांगे चरना,
बार बार यश गावे,
बार बार यश गावे जोगनीया,
बार बार यश गावे,
माताजी री महिमा देखो,
माताजी री महिमा देखो,
हाजिर परचा पाया,
लजीया राखजो ए अरजी,
सुनजो म्हारी माँ।।
चौसठ जोगनीया ए अरजी,
सुनजो म्हारी माँ,
सुनजो म्हारी माँ,
विनती सुनजो म्हारी माँ.
सुनजो म्हारी माँ,
विनती सुनजो म्हारी माँ,
लजीया राखजो ए अरजी,
सुनजो म्हारी माँ।।
गायक – मोईनुद्दीन जी मनचला।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818