प्रभु मेरे पापों को भुलाकर,
अपने चरणों का,
दास बनालो एक बार,
दास बनालो एक बार।।
तर्ज – नफरत की दुनिया को।
मैं आपके दर पर फ़रियाद लाया हूँ,
मैं बेसहारा हूँ तेरे पास आया हूँ,
मुझ ग़म के मारे को,
घडी भर अपनी आँखों के,
पास बिठा लो एक बार,
दास बना लो एक बार।।
प्रभु दूर कर देना,
तुम मेरी उलझन को,
बैचैन रहता हूँ,
मैं तेरे दर्शन को,
मुझे दर्शन दिखलाकर,
प्रभु मेरे दोनों नैनो की,
प्यास बुझा दो एक बार,
दास बना लो एक बार।।
मेरे सब अपनों ने,
मुख मुझसे मोड़ा है,
किस्मत ने साथ मेरा,
गर्दिश में छोड़ा है,
अब ज़िंदा रहने की,
‘अनाड़ी’ के दिल में थोड़ी,
आस बंधा दो एक बार,
दास बना लो एक बार।।
प्रभु मेरे पापों को भुलाकर,
अपने चरणों का,
दास बनालो एक बार,
दास बनालो एक बार।।
Singer – Deep Bhola
Lyricist – Raj Anari
राम राम जी