दर दर भटकने वाले,
बाबा से दिल लगाले,
जीवन की नाव अपनी,
जीवन की नाव अपनी,
कर श्याम के हवाले,
दर दर भटकने वालें,
बाबा से दिल लगाले।bd।
तर्ज – वो दिल कहाँ से लाऊँ।
दर दर पे भटकने से,
कुछ भी नही मिलेगा,
जख्मों पे तेरे मरहम,
बस श्याम ही मलेगा,
आकर दिखा प्रभु को,
आकर दिखा प्रभु को,
अपने जिगर के छाले,
दर दर भटकने वालें,
बाबा से दिल लगाले।bd।
सुख की घड़ी में तुझको,
सब बाहों मे भरेंगे,
दुख की घड़ी में तुझसे,
सब फासला करेंगे,
मौका परस्त है ये,
मौका परस्त है ये,
सारे जमाने वाले,
दर दर भटकने वालें,
बाबा से दिल लगाले।bd।
इनकी शरण में आकर,
महफूज तुम रहोगे,
इनकी कृपा को पाकर,
मजबूत तुम रहोगे,
ये सौ कदम बढ़ेगा,
तू दो कदम बढ़ा ले,
दर दर भटकने वालें,
बाबा से दिल लगाले।bd।
‘माधव’ जरा संभल जा,
दुनिया बड़ी बुरी है,
लब पे शहद है इनके,
और हाथ में छुरी है,
चेहरे के साफ जितने,
चेहरे के साफ जितने,
उतने ही मन के काले,
दर दर भटकने वालें,
बाबा से दिल लगाले।bd।
दर दर भटकने वाले,
बाबा से दिल लगाले,
जीवन की नाव अपनी,
जीवन की नाव अपनी,
कर श्याम के हवाले,
दर दर भटकने वालें,
बाबा से दिल लगाले।bd।
Singer – Raj Pareek Ji
Lyrics – Abhishek Sharma (Madhav)