दरबार है निराला,
खाटू के श्याम का,
जग हो रहा दीवाना,
खाटू के श्याम का।bd।
श्री श्याम को रिझाने,
चले आ रहे दीवाने,
धरती पे स्वर्ग उतरा,
कोई माने या ना माने,
डंका तो बज रहा है,
खाटू के श्याम का,
जग हो रहा दीवाना,
खाटू के श्याम का।bd।
जयकार गूंजती है,
भक्ति को चूमती है,
ऐसी लगी लगन के,
मस्ती भी झूमती है,
गुणगान हो रहा है,
खाटू के श्याम का,
जग हो रहा दीवाना,
खाटू के श्याम का।bd।
श्रृंगार है गजब का,
ये निखार है गजब का,
धन धान्य सुख लुटावे,
दातार है गजब का,
भंडार लुट रहा है,
खाटू के श्याम का,
जग हो रहा दीवाना,
खाटू के श्याम का।bd।
नंदू जहाँ में कोई,
मेरे श्याम सा नहीं है,
दरबार में प्रभु के,
कोई कमी नहीं है,
जादू सा छा रहा है,
खाटू के श्याम का,
जग हो रहा दीवाना,
खाटू के श्याम का।bd।
दरबार है निराला,
खाटू के श्याम का,
जग हो रहा दीवाना,
खाटू के श्याम का।bd।
Singer – Shubham Rupam
Writer – Nandu Ji