दरबार में बाबा बजरंग के,
फरियाद जो लेकर आते है,
वो मनवांछित फल पाते है,
और जीवन सफल बनाते है,
दरबार में बाबा बजरंग के।।
जय राम जय राम जय राम,
जय राम जय राम जय हनुमान।
तर्ज – है प्रीत जहाँ की रीत सदा।
इस राम भक्त हनुमान की तो,
ये दुनिया हुई दीवानी है,
देवो में देव निराले है,
भक्ति की हुई निशानी है,
ऐसे मतवाले सेवक को,
ऐसे मतवाले सेवक को,
हम श्रद्धा सुमन चढ़ाते है,
वो मनवांछित फल पाते है,
और जीवन सफल बनाते है,
दरबार में बाबा बजरंग के।।
जय राम जय राम जय राम,
जय राम जय राम जय हनुमान।
कर ले तू दिल से भजन प्यारे,
मारुतसुत हनुमत प्यारे का,
कर लेना भरोसा बस बन्दे,
तू माँ अंजनी के दुलारे का,
इस महावीर की गुणगाथा,
इस महावीर की गुणगाथा,
तो राम स्वयं भी गाते है,
वो मनवांछित फल पाते है,
और जीवन सफल बनाते है,
दरबार में बाबा बजरंग के।।
जय राम जय राम जय राम,
जय राम जय राम जय हनुमान।
जब दुःख की घडी कोई आन पड़े,
तो कोई काम न आते है,
अपने भक्तो के दुःख हरने,
खुद केसरीनन्दन आते है,
हाँ इसीलिए तो सुनले ‘अमन’,
हाँ इसीलिए तो सुनले ‘अमन’,
वो दुःख भंजन कहलाते है,
वो मनवांछित फल पाते है,
और जीवन सफल बनाते है,
दरबार में बाबा बजरंग के।।
जय राम जय राम जय राम,
जय राम जय राम जय हनुमान।
दरबार में बाबा बजरंग के,
फरियाद जो लेकर आते है,
वो मनवांछित फल पाते है,
और जीवन सफल बनाते है,
दरबार में बाबा बजरंग के।।
जय राम जय राम जय राम,
जय राम जय राम जय हनुमान।
Singer : Mukesh Bagda