दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नही देते,
बिहारी जी मुझे वृन्दावन,
बुला क्यूँ नही लेते,
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नहीं देते,
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नही देते।।
तुम्हे ही ढूंढती रहती है नज़रे मेरी,
बिन तेरे कुछ भी नहीं,
प्यारे जिंदगी मेरी,
आ के इक बार ही सीने से,
लगा क्यों नही लेते,
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नहीं देते,
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नही देते।।
सुना है पापी भी तर जाते है,
तेरे दर आके,
मैं आ गया हूँ ज़माने की,
ठोकरे खाके,
अपनी चौखट का मुझे पत्थर,
बना क्यों नही लेते,
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नहीं देते,
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नही देते।।
मैं थक गया हूँ ज़माने के,
ताने बुन बुन कर,
हो गया ‘बावरा’ तेरे दर का,
बस तेरा बनकर,
इस जगत जाल से मुझको भी,
बचा क्यों नही लेते,
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नहीं देते,
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नही देते।।
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नही देते,
बिहारी जी मुझे वृन्दावन,
बुला क्यूँ नही लेते,
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नहीं देते,
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यूँ नही देते।।
Singer : Dhiraj Bawra
Suggested By : Avinesh Mourya
मुझे ये भजन बहुत अच्छा लगा है इतना अच्छा लगा है की मेरे पास शब्द नहीं है बोलने के लिए
में ये भजन सुनकर कन्हैया की याद में बहुत रोया हूं
और जब में दुखी होता हु तो ये भजन सुन लेता हूं
तब मुझे बहुत रोना आता है
में बहुत बहुत धन्यवाद करता हूं उनका जिन्होंने ये भजन लिखा है और गाया है ।
में एक गायक भी हुं तो ये मुझे भजन गाते हुए भी बहुत अच्छा लगता है
जय श्री कृष्ण 🥰
Very heart touching bhajan.main kirtan karti hu aur kanha ke bhajan gaati hu.lekin yeh bhajan mujhe bhot badiya lagta hai.mujhe bihari ji ne abhi tak vrindavan nhi bulaya pta nhi kya galti ho gyi mujhse.
It’s just tauch the soul