दर्शन को दिल है दीवाना,
श्याम घर मेरे आना,
घर मेरे आना श्याम,
घर मेरे आना,
दर्शन को दिल हैं दीवाना,
श्याम घर मेरे आना।।
कब से हैं दर्शन को,
व्याकुल ये अँखियाँ,
अँखियों में आके समाना,
श्याम घर मेरे आना,
दर्शन को दिल हैं दीवाना,
श्याम घर मेरे आना।।
मोर मुकुट तेरे,
माथे सजाऊंगी,
आकर के मुरली बजाना,
श्याम घर मेरे आना,
दर्शन को दिल हैं दीवाना,
श्याम घर मेरे आना।।
माखन मिश्री मैं,
तुमको खिलाऊंगी,
आकर के भोग लगाना,
श्याम घर मेरे आना,
दर्शन को दिल हैं दीवाना,
श्याम घर मेरे आना।।
मुझ बेचैन की,
बहियाँ पकड़ लो,
भव से पार लगाना,
श्याम घर मेरे आना,
दर्शन को दिल हैं दीवाना,
श्याम घर मेरे आना।।
दर्शन को दिल है दीवाना,
श्याम घर मेरे आना,
घर मेरे आना श्याम,
घर मेरे आना,
दर्शन को दिल हैं दीवाना,
श्याम घर मेरे आना।।
Singer – Anand Singh